बगलामुखी माता को मां दुर्गा का ही एक रूप माना जाता है।पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मां बगलामुखी की आरती करें। मां बगलामुखी की आरती करने से मां बेहद खुश होती हैं। मां बगलामुखी की आरती करना अत्यंत शुभ होता है। आप सभी पर माँ की कृपा सदैव बनी रहेगी बगलामुखी माता शक्ति की देवी हैं माँ की स्तुति , आरती,आराधना करना बहुत ही शुभ होता है
जय जय श्री बगलामुखी माता।
आरती करहुँ तुम्हारी ।।
पीत वसन तन पर तव सोहै।
कुण्डल की छवि न्यारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
कर-कमलों में मुद्गर धारै।
अस्तुति करहिं सकल नर-नारी।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
चम्पक माल गले लहरावे।
सुर नर मुनि जय जयति उचारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
त्रिविध ताप मिटि जात सकल सब।
भक्ति सदा तव है सुखकारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
पालत हरत सृजत तुम जग को।
सब जीवन की हो रखवारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
मोह निशा में भ्रमत सकल जन,
करहु हृदय महँ, तुम उजियारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
तिमिर नशावहु ज्ञान बढ़ावहु।
अम्बे तुमही हो असुरारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
सन्तन को सुख देत सदा ही।
सब जन की तुम प्राण पियारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
तव चरणन जो ध्यान लगावै।
ताको हो सब भव-भयहारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
प्रेम सहित जो करहिं आरती।
ते नर मोक्षधाम अधिकारी ।।
जय जय श्री बगलामुखी माता।
।।दोहा।।
बगलामुखी की आरती, पढ़ै सुनै जो कोय ।
विनती कुलपति मिश्र की, सुख-सम्पति सब होय ।।